सोमवार, 23 अक्टूबर 2023

समुद्री प्रदूषण उष्मीय प्रदुषण मृदा प्रदुषण

समुद्री प्रदूषण 

प्रदूषण का अंतिम गर्त समुद्र है समुद्र में ये प्रदूषक या तो सीधे  अपशिष्ट के रूप में डाल दिए जाते है या जल धाराओं नदियों नहरों के द्वारा पहुंचते है और समुद्री जल का अधिकांश प्रदूषण समुद्र तट  है.

 जहा बड़े शहर बन्दर गाहा तथा औधोगिक केंद्र स्थापित है जैसे महा सगरो समुद्र ज्वरदानो लवणों दलदलों तथा अनन्य सामान जल निकायों का प्रदुषण समुद्री अथवा महासागरी प्रदुषण कहलाता है .

भारत  की कुल जनसँख्या का २५ प्रतिशत  भाग समुद्र तट रेखा पर रहता है   और वह समुदी संसाधन पर ही निर्भर करता है वह पर पाय जाने वाले प्रदूषक बहुत प्रकार के होते है जैसे जल मॉल शहरी अपशिष्ट ओधोगिक और लघु उधोग प्रकिरियो के दौरान अपशिष्ट ऊष्मा तेल छितराओ एवं समुद्री पोटो से निकले बहिस्राव जलपोत उधोग से निकले तेल और ग्रीश से वहार वर्ष लगभग २१० मिलियन गैलन पेट्रोलियम पहुँचता है. जिसका कारण होता है.

 तेल और प्राकृतिक ऋषव के द्वारा भी हर वर्ष लगभग १८० मिलियन गैलन तेल समुद्र में पहुँचता रहता है  छित्रो से जो निम्तर क्वथनांक वाले रोमेटिक हाइड्रोकार्बन होते है उन्ही के कारन सबसे पहले बहुत सरे जलीय जीव और विशेष कर उनके लार्वा स्वरूप तुरंत मर जाते है छितरे तेल समुद्री पक्षियों और खास तौर पर डुबकी लगाने वाले पक्षियों के पैरो पर तथा कुछ समुद्री स्तनधारियों जैसे की सील आदि पर चिपक कर उन पर परत जमा लेते है तेल अवतरण से प्राणियों की प्राकृतिक तापरोधिता एवं उत्प्लावकता नष्ट हो जाती है और उनमे से अधिक या दुब जाते है या देह ऊष्मा की हानि से ठण्ड के कारन मर जाते है 




उष्मीय प्रदुषण 

उष्मी प्रदुषण तब होता है जब किसी जल निकाय का अथवा वायु मंडल की वायु का तापमान बाद जाता है या घाट जाता है इस कारण उस छेत्री का तापमान सामान्य स्तरों से हट जाता है यदि उष्णकटिधि महासागरों का  तापमान मात्र एक डिग्री ही नीचे आ जय तो ऐसा परिवर्तित पर्यावरण कुछ प्रवालो  एवं प्रवाल भीतियो के लिए घातक हो सकता है जल  के बढ़ने से  भी संवेदनशील जीवो पर भी ऐसी प्रकार के प्रभाव   हो सकते है ताप प्रदुषण तब होता  है जब  अपशिष्ट  ऊष्मा को जल निकाय के भीतर छोड़  दिया जाता है तप प्रदुषण के मानवीय कारणों  में दो मुख्य बाते है 

१ वनष्पति आवरण का घट जाना  और दूसरे  वाष्प जेनेरेटरों  से गर्म  जल को बहार छोड़ता है घातु प्रगालक ,संसाधन मिले ,पेट्रोलियम शिव कारखग्ने ,पेपर मिले ,खाद्य संसाधन पैक्ट्रिया तथा रसायन निर्माण  सयंत्र आदि 

२ चिरकालिप तप प्रदूषण की समस्या का समाधान इस बात में  है की बिजली घरो में तथा अनन्य औधोगिक इकाइयों से निकलने वाले गर्म जल  तथा बहिरीशव को किसी एक धारक इकाई   में छोड़ा जय जहा ये डंडा हो सके डंठा होने के  इन्हे  जल निकायों में ही छोड़ा जाता है 



मृदा प्रदुषण 

सभी समस्त थल जीव जिसमे हम भी शामिल है भूमि की साथी परत अर्थत मृदा के साथ परस्पर क्रिया करते है क्योकि यही हमें जीवन की आधार भुत अवश्क्ताय है जैसे की भोजन आश्रम तथा वस्र अदि प्रदान करती है मृदा जो हमारा एक जीव नाशक करक है समस्त भूमि पर मात्र ६ इंच गहरी है हमारी भूमि सतह का अपकर्ष यु तो कुछ हद तक प्राकृतिक कारणों से भी  होता मगर हम मनुष्य ऐसे तीन प्रकार से ख़राब  करते है इसका  उपयोग करके (कृषि तथा विकास क्रियाकलाप ) इसमें से चीजे बहार निकल कर (खनन तथा वनोन्मूलन )तथा इसके भीतर पदर्थ को डाल दिया जाता है 

जैव विविधता की हानि 

सतत बढ़ती जाती जनसँख्या के लिए कृषीय तथा विकास आवश्कताओ और उन्ही के साथ उसकी अभिलाषाओं तथा लिप्साओं  पूर्ति  भूमि प्रदान करने हेतु कितने ही बड़े बड़े क्षेत्रों से वन काट दिए जाते है जिससे प्राकृतिक वनष्पति एवं प्रणिता नष्ट होती जा रही है इंटरनेशनल यूनियन फॉर कांजवेर्शन ऑफ़ नेचर  के अनुसार अनुमान लगाया गया है की सन २०५० तक लगभग ५०,००० पादप स्पीशीज विलुप्त हो जायगी या संकटपन स्तर तक पहुंच जायगी


 मृदा अपरदन 

यह वह प्रिक्रिया है जिसमें मृदा घटको का और विशेषकर ऊपरी मृदा के कणो का ढीला होना अलग अलग हो जाना तथा वहाँ से हटा लिया जाना शामिल है मृदा अपरदन  दो साधनो तेज हवाओ तथा  बहते  पानी से होता है मगर ये दोनों करक तभी  कार्य शील हो जाते जाते है जब भूमि सतह से आवरण समाप्त हो चूका होता है 


रविवार, 15 अक्टूबर 2023

पर्यावरण प्रदुषण और संकट environmental pollution and crisis

  पर्यावरण प्रदुषण और संकट 

प्रस्तावना 

 जिस पर्यावरण में हम रह रहे है उसका ख़राब होना और अपने अपने पर्यावरण की संकल्पना तथा पृथ्वी के उन संसाधनों के विषय में जो सतत वृद्धशील   आधारभूत ठाढ़ा विकाश की अवश्क्ताओ की पुर्तीय के लिए पर्यावरण में उपलब्ध है. संसाधनों के ऐसी गहन ऊर्जा लगत वाली प्रौधोगियो के जिनसे बहुत मात्रा में अपशिष्ट निकलते है अविवेक शील उपयोग से पर्यावरण का निम्नीकरण  हुआ है.  जिससे इनकी गुणवक्ता में गिरावट आई है ें सबका हानिकारक प्रभाव मानव सहित सभी जीवन तंत्रो भावनाओ तथा अनन्य सामग्री पर पड़ता है। वायु जल मृदा के प्रदुषण उनके स्रोत तथा उनके प्रभाव के साथ गैसीय तथा अनन्य रसायनो के आलावा शोर विकरणों तथा ताप  प्रदूषण का भी जीवधरियो पर बुरा प्रभाव पड़ता है मानव तथा अनन्य जीव धारीयो की उत्तरजीविता के लिए समस्या भी पैदा होती है .



संभावित परिणाम 

  1.  प्रदुषण तथा प्रदूषकों की परिभाष 
  2.  प्रदूषकों तथा प्रमुख प्रारूपों की पहचान 
  3.  जीवधारियों के स्वस्थ जीवन के लिए एक तापमान 
  4.  प्रमुख प्रदूषकों का बौद्ध एवं पारितंत्र के भीतर उनके पथमार्ग 
  5.  शहरी क्षेत्रों में उच्च शोर ास्तर के कारन 

प्रदुषण किसे कहते है 


प्रदुषण की परिभाषा  है पर्यावरण घटक   वायु जल और मृदा की भौतिक रशयनीक अथवा  विशिष्ट में ले जाने वाला कोई भी अवन्छिनीय परिवर्तन जिससे जीवन स्वरूपों तथा तथा जीवन श्रेय तंत्रो पर बुरा प्रभाव पड़ता है जो प्रदुषण कहलाता है। 
आप यह भी कह सकते है मानव क्रिया कलापो द्वारा पैदा होने वाला कोई भी प्रतिकूल परिवर्तन प्रदुषण है पर्यावरण के घटक को जो भी संदूषित करता है वह साधन प्रदूषक कहलाता है 




प्रदूषकों को दो श्रेणियों में विभाजित किया जाता है 


१ अजैव निम्नीकरण प्रदूषक 
२ जैवनिँम्नीकरण प्रदूषक 


1 अजैव निम्नीकरण प्रदूषक 

 ये प्रदूषक बहुत लम्बे समय तक परिवतर्तित रूप में बने रहते है जैसे =पीड़कनाशी ,भरी धातुय रबड़ नाभिकीय अपशिस्ट आदि और प्लास्टिक भी ऐसी श्रेणी  है 


2 जैवनिम्नीकरण प्रदूषक 

कुछ ऐसे प्रकार के प्रदूषक जैसे के कागज उद्धान कचरा घरेलु जल मल कृषि आधारित अपशिष्ट तथा उर्वरक आदि जीवाणुओं की विधटन प्रक्रियाओं के द्वारा 
विघटित हो कर सरलतर अत्यंत उत्पादों में परिवर्तित हो जाते है। ये सरल पउत्पाद प्राकृतिक की कच्ची सामग्री होती है 






बुधवार, 11 अक्टूबर 2023

पर्यावरण पर निबंध -(200 – 400 शब्दों में ) – Paryavaran par Nibandh परिचय

 



पर्यावरण प्राकृतिक संसाधन

पर्यावरण में वह सभी प्राकृतिक संसाधन शामिल जो एक जिव को जीवन जीने के लिए चाहिए होता हैं जो की निम्न प्रकार से हमारी मद्दद करता है  अथवा चारों ओर से हम सभी को  घेरे हुए हैं। यह हमें विकसित होने और स्वस्थ रहने के लिए  एक अच्छा और बेहतर माध्यम देता है, यह हमें वह सब कुछ प्रदान करता  जो एक व्यक्ति को जीने के लिए चाहिए  है जो इस धरती  पर जीवन यापन करने के लिए आवश्यक है।और  हमारा पर्यावरण भी हमसे कुछ मदद करने  की अपेक्षा करता  है जिससे की हमारा  पालन पोषण चलता  रहे  और , हमारा जीवन लगातार  बना रहे और कभी भी नष्ट न हो सके । हम इस समय की मनुष्य द्वारा बनाई गई चीजों को अपना रहे है और प्राकृतिक वस्तुओ का त्याग कर रहे है 




विश्व पर्यावरण दिवस


पृथ्वी पर हमें जीने के लिए  पर्यावरण को लगातार बनाये रखना बहुत ही जरुरी है  और हमें पर्यावरण के वास्तविकता को ईमानदारी के साथ बनाये रखना यहाँ हमारा कर्तव्य है  पूरे ब्रम्हांड में बस पृथ्वी पर ही जीवन जीना संभव है।  प्रत्येक वर्ष को  05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाने लगा तथा साथ ही पर्यावरण स्वच्छता और सुरक्षा के लिए दुनिया भर में यह अभयान चलाया जाने लगा।  पर्यावरण दिवस समारोह बहुत ही आदर और सम्मान के साथ माया जाता है जिससे की आम लोगो में भी एक जागरूकता की मिशाल जले और वो भी देश के पर्यावरण को नबचाने में सहयोग करे। 




पर्यावरण सुरक्षा के उपाय


इस धरती पर जीने वाले सभी व्यक्तियों द्वारा  उठाए गए छोटे बड़े  कदमों  से हम इस धरती को  बहुत ही आसान तरीके से दूषित होने और अपना  पर्यावरण को सुरक्षित करने में सहायता कर सकते है  हमें जो भी कूड़ा कचरा होता है हमारे घर पर उसे काम करना चाहिए और जो भी  कचरा निकलता है हमरे घर में उसे हमें घर से काफी ंदुर मात्रा में फेकना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी से ग्रस्त न हो और हम बचे रहे अथवा उस कचरे को उसके स्थान पर फेके। और हमें  प्लास्टिक बैंगो  का उपयोग को अधिक से अधिक जरुरत पड़ने पर ही करना चाहिए



निष्कर्ष


इस धरती पर जीव जंतु पेड़ पौधे वनष्पतिया जल समुद्र वन जंगल इत्यादि यह सभी पर्यावरण  की देंन  है और इन सभी चीजों को बचाये  रखना मनुष्य का कर्तव्य है  




 

India vs Afghanistan Today Match India live.

 Today, on Wednesday, 11 October 2023, there will be a face to face match between India and Afghanistan at the Arun Jaitley Stadium in Delhi. In which both the teams will play for win or lose. These two teams will compete in the ICC Cricket World Cup 2023. This is the second ODI match. In which India is coming back after winning against Australia in Chennai and today Afghanistan is coming back after playing in Dharamsala after losing its first match against Bangladesh.


In the ICC Cricket World Cup 2023, India is at fourth position while Afghanistan is at ninth position. If we look at the previous figures, India is playing ODI matches against Afghanistan after 2019. In the last match, India had defeated them by 11 runs.


For India, captain Rohit Sharma, Ishan Kisha, Virat Kohli, KL Rahul, Kuldeep Yadav, Ravindra Jadeja and Jasprit Bumrah are the players to keep an eye on. And today's punt player could be Ishan Kishan. On the other hand, Afghanistan's Rahmanullah Gurbaz, Ibrahim Zadran and Rashid Khan are the players to keep an eye on in today's match.



India vs Afghanistan Today Match India Players List- Rohit Sharma (C), Ishan Kishan Virat Kohli, Shreyas Iyer, Suryakumar Yadav, KL Rahul (WK) Hardik Pandya (VC), Ravindra Jadeja, Ravichandran Ashwin, KL Rahul (WK) ,, Jasprit Bumrah, Kuldeep Yadav,, Mohammed Siraj.



Notably, the ICC Cricket World Cup 2023 matches are free for all users to watch in SD video quality on mobile phones and tablets on the Disney+Hotstar app. Additionally, subscribers to the mobile plan can watch World Cup 2023 matches in HD video quality on the Disney+ Hotstar app. However, the match can only be streamed on one screen at a time.

India vs Afghanistan Today Match

आज भारत और अफगानिस्तान के बीच आज दिनांक  ११ ऑक्टूबर २०२३ दिन बुधवार को दिल्ली के  अरुण जेटली स्टेडियम में  भारत और अफगानिस्तान का आमने सामने मैच का मुकाबला  होगा.जिसमे दोनों टीम हर या जीत के लिए खेलेंगे  आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 में इन दोनों टीमों का यह दूसरा वनडे मैच है। जिसमे भारत जहां चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया  से जीत कर आ रहा है और वही आज अफगानिस्तान धर्मशाला में खेल कर अपना पहला मैच बांग्लादेश से हार कर आज आ रहा है. 



आईसीसी क्रिकेट विश्व कप २०२३  में भारत चौथे नंबर पर है  और वही पर  अफगानिस्तान नौवें स्थान पर है। पिछले आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत 2019 के बाद अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे मैच खेल रहा है. आखिरी मैच में भारत ने उसे 11 रनों से हराया था.


भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा,  ईशान किशा ,विराट कोहली, केएल राहुल, कुलदीप यादव, रवींद्र जड़ेजा और जसप्रित बुमरा ऐसे खिलाड़ी हैं जिन पर नजर रहेगी।  और आज का पंट खिलाडी ईशान किशन हो सकता है दूसरी ओर, अफगानिस्तान के रहमानुल्लाह गुरबाज़, इब्राहिम जादरान और राशिद खान ऐसे खिलाड़ी हैं जिन पर आज के मैच में नज़र रहेगी।

India vs Afghanistan Today Match India Players List- Rohit Sharma (C), ईशान  किशन  Virat Kohli, Shreyas Iyer, Suryakumar Yadav, केएल राहुल (व.क)Hardik Pandya (VC), Ravindra Jadeja, Ravichandran Ashwin, KL Rahul (WK),, Jasprit Bumrah, Kuldeep Yadav,, Mohammed Siraj.



विशेष रूप से, आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 के मैच सभी उपयोगकर्ताओं के लिए डिज्नी+हॉटस्टार ऐप पर मोबाइल फोन और टैबलेट पर एसडी वीडियो गुणवत्ता पर देखने के लिए निःशुल्क हैं। इसके अतिरिक्त, मोबाइल प्लान के ग्राहक विश्व कप 2023 के मैच डिज्नी+ हॉटस्टार ऐप पर एचडी वीडियो गुणवत्ता पर देख सकते हैं। हालाँकि, एक समय में केवल एक ही स्क्रीन पर मैच स्ट्रीम किया जा सकता है।


शनिवार, 7 अक्टूबर 2023

https://introduction0558.blogspot.com

 Meaning of environment

 The word environment is made up of Pari + Cover, Pari means around and Cover means surrounded. That is, the literal meaning of environment is surrounded from all sides. 

Like rivers, mountains, ponds, plains, trees, plants, animals, air, forests, soil etc. all are components of our environment. We all use these components extensively in our daily life, that is, we are dependent on these components only.



Environmental issues and concerns

We have discussed in detail the importance of natural resources, their use and the impact of developmental activity on the environment. 

More importantly, the need for proper management of natural resources and environmental protection has led to the need for environmental quality management and environment-friendly technology. 

Gave rise to the concept of usingDiscusses the threats to biodiversity and its conservation, environmental pollution and how it affects human health, where we focus our discussion on solid waste management. 

With a detailed exposure to various aspects of environment in the previous units, it is now appropriate to learn about various environmental issues which are of concern to people across national boundaries.



Environment and Natural

All natural environments such as land, air, water, plants, animals. Material garbage, sunlight, forest, greenery, farm, barn and all other natural objects are called natural environments. 

Due to the natural resources around us, our life is complete, or it can be said that our life is impossible without natural resources. 

The health of nature is the most important part of human life. A healthy environment contributes a lot in keeping the environment balanced. 

All the biotic and abiotic things on earth such as trees, shrubs, garden, river, lake, wind, sunlight rays, etc.are included. 

Healthy environment maintains the balance of nature and at the same time helps all living things on earth to grow, nurture and develop. But according to today's time, the industry



conclusion

In today's era, environmental pollution is increasing very fast because due to increasing population, humans are cutting down trees and forests and making big buildings and big buildings and big companies out of which black smoke, poisonous gas and dirty water are an important part in polluting the environment. 

Pollution and water pollution are constantly happening Due to which humans are facing the following types of diseases, due to continuous pollution of the environment, all small and big organisms along with humans are in danger.









Importance of environment for life

 No matter what kind of environment the organisms live in, everyone needs the necessary elements for their survival for their survival, including the air from which we breathe, the food and water that we consume and shelter, whether natural (houses built in caves and trees) or artificial habitats (houses), the environment is the only source that provides these life-supporting elements.





पर्यावरण एवं स्वच्छता ही पहचान है Environment and cleanliness are identity

 पर्यावरणी मुद्दे और चिंताएं 

हमने प्राकृतिक संसाधनों के महत्व में उनके उपयोग और पर्यावरण पर विकासात्मक गतिविधि के प्रभाव के बारे में विस्तृत से चर्चा करे इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है!

 प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरण संरक्षण का उचित प्राबंध करने की आवश्यकता ने पर्यावरण गुणवत्ता प्रबंधन और पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकी के उपयोग कि अवधारणा को जन्म दिया है!  

जैव विविधता और उसके संरक्षण के खतरो पर चर्चा करता है  पर्यावरण के प्रदुषण और मानव स्वास्थ्य इससे कैसे प्राभावि हो रहा है जहाँ हम ठोस अपशिष्ट प्राबंध पर अपनी चर्चा केद्रिंत करते हैं। 



पिछली इकाईयो मे पर्यावरण के विभिन्न पहलुओ के लिए एक विस्तृत प्रदर्शन के साथ विभिन्न पर्यावरण के  मुद्दे के  बारे मे जानना अब उचित है जो राष्ट्रीय सीमाओ के पार लोगो के चिंता का विषय है। 

Environmental issues and concerns

We have discussed in detail the importance of natural resources, their use and the impact of developmental activity on the environment. 

More importantly, the need for proper management of natural resources and environmental protection has led to the need for environmental quality management and environment-friendly technology. 

Gave rise to the concept of usingDiscusses the threats to biodiversity and its conservation, environmental pollution and how it affects human health, where we focus our discussion on solid waste management. 

With a detailed exposure to various aspects of environment in the previous units, it is now appropriate to learn about various environmental issues which are of concern to people across national boundaries.




जैव विविधता खतरे  और संरक्षण 

जैव विविधता और इसके संरक्षण के खतरो पर चर्चा करते है !और जैव विविधता के नुकसान और दुनिया पर प्रमुख प्रभाव के विभिन्न कारणो को सूची बाध्द करते है !

जैव विविधता संरक्षण कि अवश्यकता और अवधारणा कि व्याख्या करना प्राजातियो कि यथा स्थाल संरक्षण और विभिन्न उपायो और यंत्रों कि आवश्यकता की गणना करता है !

प्राजातियो कि बह स्थाल और संरक्षण कि इस प्रक्रिया में शामिल होने वाले विभिन्न तंत्रो कि अवश्यकता की सराहना करते है ! और जैव विविधता संरक्षण में प्रकृति आरक्षित के महत्व की सराहना करते है। 

Biodiversity threats and conservation

Discuss the threats to biodiversity and its conservation and list the various causes of biodiversity loss and major impacts on the world. 

Explaining the need and concept of biodiversity conservation, calculating the need for in-situ conservation of species and various measures and instruments.

Appreciate the diversity of species and the need for various mechanisms involved in the conservation process. And appreciate the importance of nature reserves in biodiversity conservation.



पर्यावरण के प्रदुषण का वर्णन करते हुए और पर्यावरण प्रदूषण से मनव स्वस्थ कैसे प्राभावित हो रहा है !

यह प्रदुषण और प्रदुषको को प्राभावित करता है हमारे वायु, जल ,और मिट्टी ,को दुषित करने वाले प्रमुख प्रकार के प्रदूषको कि पहचान करता और उनकी सुची बनाता है !

एक तापमान सीमा के महत्वपूर्ण महत्व को समझाता है पारिस्थितिकी तंत्र मे प्रमुख प्रदुषको के मार्ग  को समझने और उनका पता लगाने कि कोशिश करना चाहिए।  

Environmental pollution and crisis 

Describing environmental pollution and how human health is being affected by environmental pollution.

 It identifies and lists the major types of pollutants that pollute our air, water, and soil. 

Explains the critical importance of a temperature range in trying to understand and trace the pathways of major pollutants in an ecosystem.



अपशिष्ट प्राबंध 

ठोस अपशिष्ट प्राबंध पर चर्चा को केद्रिंत करती है खतरनाक अपशिष्ट प्राबंध के पूर्व आवश्यक खतरनाक कचरे के निपटने के लिए विभिन्न तरिको कि तुलना और विरोध करती है!

waste management

 Focuses the discussion on solid waste management. Compares and contrasts the various methods for dealing with hazardous waste required before hazardous waste management.


















 

शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2023

पर्यावरण पर निबंध environmentessay



 प्रस्तावना 

पर्यावरण शब्द परि + आवरण से मिलकर बना है परि का अर्थ है चारों ओर और आवरण का अर्थ है घिरा हुआ। अर्थात पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ है चारों ओर से घिरा हुआ । जैसे नदी ,पहाड़, तालाब, मैदान, पेड़-पौधे, जीव-जंतु वायु वन मिट्टी आदि सभी हमारे पर्यावरण के घटक है। हम सभी इन घटको का दैनिक जीवन में भरपूर उपयोग करते है अर्थात हम इन घटको पर ही निर्भर है।

preface

The word environment is made up of the angel + cover. Pari means surrounded and cover means surrounded. That is, the literal meaning of environment is surrounded from all sides. Such as rivers, mountains, ponds, plains, trees, plants, animals, air, forest, soil, etc. are all components of our environment. We all use these components a lot in daily life, that is, we are dependent on these components.




पर्यावरण और प्राकृतिक 

सभी प्राकृतिक वातावरण जैसे की भूमि, वायु, जल, पौधे, पशु हो। सामग्री कचरा, धूप, जंगल, हरियाली, खेत, खलिहान और अन्य सभी प्राकृतिक वस्तु को प्राकृतिक वातावरण कहा जाता है। हमारे आस पास के प्राकृतिक संसाधन की वजह से हमारा जीवन सम्पूर्ण होता है या यह कह सकते है कि हमारा जीवन बिना प्राकृतिक संसाधनों के असंभव है। प्रकृति का स्वस्थ होना मानव के जीवन का सबसे अहम भाग है। स्वस्थ वातावरण पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने में बहुत योगदान देता है।पृथ्वी पर सभी जैविक और अजैविक चीजों जैसे की पेड़, झाड़ियों, बगीचा, नदी, झील, हवा, धूप की किरण आदि शामिल है। स्वस्थ वातावरण प्रकृति के संतुलन को बनाए रखता है और साथ ही साथ पृथ्वी पर सभी जीवित चीजों को बढ़ने, पोषित और विकसित करने में मदद करता है। लेकिन आज के समय के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र की उन्नति के परिणाम स्वरूप मानव निर्मित प्रदूषण को कई प्रकार से विकृत कर रहा है जो कि प्राकृतिक के संतुलन को बिगाड़ कर रख रही है। यदि कोई भी व्यक्ति प्रकृति के अनुशासन को खराब करते हैं तो ये पूरे वातावरण के माहौल को जैसे की वायु-मंडल, जलमंडल और स्थलमंडल को अस्तव्यस्त करती है। मानव निर्मित वातावरण इस पर्यावरण को काफी हद तक प्रभावित करता है जिसे हम सभी को पेड़ पौधे लगा कर बचना है और लोगों को वृक्ष लगाने के लिए उकसाना है।प्राकृतिक वातावरण को घटक संसाधन के रूप में उपयोग किया जाता है हालाँकि कुछ बुनियादी भौतिक जरूरतें और जीवन के उद्देश्य को पूरा करने के लिए इंसान द्वारा इसका शोषण किया जाता है। पर्यावरण में वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण आदि को रोकने के लिए कठोर से कठोर नियम लागू करना चाहिए और सभी आम जनता को इधर उधर अपशिष्ट डालने में रोक लगानी चाहिए।

Environment and Natural

All natural environments such as land, air, water, plants, animals. Material garbage, sunlight, forest, greenery, farm, barn and all other natural objects are called natural environments. Due to the natural resources around us, our life is complete, or it can be said that our life is impossible without natural resources. The health of nature is the most important part of human life. A healthy environment contributes a lot in keeping the environment balanced. All the biotic and abiotic things on earth such as trees, shrubs, garden, river, lake, wind, sunlight rays, etc. are included. Healthy environment maintains the balance of nature and at the same time helps all living things on earth to grow, nurture and develop. But according to today's time, the industry




उपसंहार 

आज के युग मे पर्यावरण प्रदूषण बहुत तेजी से बढता जा रहा है क्यो कि बढती हुई जनसख्या  के कारण मानव पेड पौधे और वनो को काट कर  बडी बडी इमारते बना रहा  है और बडी बडी  इमारते बना रहा है  और  बडी बडी कम्पनियां  जिसमे से काला धुआ जहरीली गैस और गंदा पानी  यह पर्यावरण को प्रदूषित करने मे अहम हिस्सा हैं गाडी से निकलने वाला धुआ और गैस जो कि वायु प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण और जल प्रदूषण लगातार हो रहा है जिसके कारण मनुष्य को निम्न प्रकार कि बिमारीयो का सामना करना पड रहा है पर्यावरण के लगातार प्रदुषण होने के कारण मनुष्य के साथ छोटे बडे जीव जतुं सभी संकठ मे है आने वले समय मे यदि मनुष्य पर्यावरण के लिए जागरुक नहीं हुआ तो इस धरती पर जीवन संभव नहीं है ।

conclusion

In today's era, environmental pollution is increasing very fast because due to increasing population, humans are cutting down trees and forests and making big buildings and big buildings and big companies out of which black smoke, poisonous gas and dirty water are an important part in polluting the environment. Pollution and water pollution are constantly happening Due to which humans are facing the following types of diseases, due to continuous pollution of the environment, all small and big organisms along with humans are in danger.




जीवन के लिए पर्यावरण का महत्व 

जीव चाहे किसी भी प्राकार के पर्यावरण मे रहते हो सभी को अपनी उत्तरजीवीका के लिए जीवन र्निवह के लिए आवश्यक तत्वों कि अवश्यकता होती है इनमे वायु जिससे हम सास लेते है भोजन और जल जिन्हे हम ग्राहण करते हैं और आश्रय चाहे प्राकृतिक  (गुफाए और वृक्षो मे बने घर)  अथवा कृत्रिम आवास  जैसे (माकान)  सम्मिलित है पर्यावरण एक मात्र ऐसा स्रोत है जो इन जीवन समथरन करने वाले तत्वों को प्रादान करता है ।


Importance of environment for life

 No matter what kind of environment the organisms live in, everyone needs the necessary elements for their survival for their survival, including the air from which we breathe, the food and water that we consume and shelter, whether natural (houses built in caves and trees) or artificial habitats (houses), the environment is the only source that provides these life-supporting elements.











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मेरठ में मुख्य दलों के प्रत्येक प्रत्याशी    मेरठ में मुख्य दलों के प्रत्येक प्रत्याशी अपनी बहुमत जीत का दवा कलर रहे है और ये तीनो मुख्य प्र...